हिन्दी व्याकरण में कारक एवं परसर्गों का प्रयोग

यदि आप हिन्दी में कहानी, कविता या लेख लिखने के शौकीन हैं अथवा आप एक प्रशिक्षक या प्रशिक्षु हैं तो देर—सबेर आपको यह चिंता अवश्य सताती होगी कि कहीं आपके लेखों में वर्तनी की त्रुटियॉं न हों। यदि ऐसा है तो आपको यह पोस्ट अवश्य पढ़नी चाहिए। 

इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि हिन्दी लेखन के समय किस प्रकार से हिन्दी के कारक एवं परसर्ग का प्रयोग होता है। 

नियम 1 समस्त प्रकार के संज्ञा शब्दों में कारक पृथक से लिखे जाएंगे, जैसे— ने, को, से, में इत्यादि। 
1. राम ने कहा कि वह गॉंव जा रहा है। 
2. दूध में मक्खी गिर गई थी।
3. सुखराम बस से आया है।
4. चौकीदार को सोना नहीं चाहिए।

नियम 2 सर्वनाम शब्दों के साथ कारक आने पर कारक सर्वदा जोड़कर लिखे जावें, जैसे— ने, को, में, से इत्यादि।
1. उसको पता नहीं कि आप कौन हैं।
2. राम ने कहा कि उसमें कोई नहीं मरा।
3. इससे कोई लाभ हो न हो, नुकसान अवश्य है।
4. उसने कहा कि वह सो जाएगा।

नियम 3 सर्वनाम शब्दों के साथ यदि दो कारक आते हैं, तो प्रथम कारक को जोड़कर एवं द्वितीय कारक को पृथक से लिखा जाएगा। 
1. इसके लिए हमें किसी से बात करनी होगी।
2. इसमें से कोई चीज मत लेना, यह पूजा के लिए है।
3. उसमें आपका भी नाम लिखा जाना है।
4. आपने भी कहा था कि हम आएंगे।

नियम 4 यदि सर्वनाम एवं कारक के मध्य 'तक' या 'ही' आता है तो कारक एवं सर्वनाम पृथक ही लिखे जाएंगे।
1. शाम तक के लिए खाना बना लो।
2. आप तक भी नहीं पहुॅंचा क्या ?
3. दिल्ली तक के लिए ट्रेन ले लेना।
4. अब आप ही को यह सब देखना है।

नियम 5 यदि दो क्रियाएं एक साथ आती हैं तो दोनों को पृथक—पृथक लिखा जावे।

1. वह रोज पढ़ा करता है। 
2. यहीं पर वह शोर किया करता था।
3. पता नहीं वह कब तक बाहर घूमता रहेगा ?
4. सैनिक सीमा की ओर बढ़ते चले आ रहे हैं। 

आशा है कि आप यह नियम आसानी से समझ गए होंगे। यहॉं पर यह उल्लेखनीय है कि नियम 5 कारकों से संबंधित नहीं है परंतु आपकी जानकारी के लिए इसे यहॉं पर जोड़ दिया गया है ताकि आपको भविष्य में क्रियाओं को लेकर असुविधा न हो।

हिन्दी व्याकरण के संबंध में 'हिन्दी वर्तनी का मानकीकरण' शीर्षक से पुस्तक प्रकाशित हुई है, जिसमें हिन्दी व्याकरण के नियम एवं त्रुटियों के बारे में उल्लेख हैं। यह जानकारी उसी पुस्तक से संदर्भित है। 

आशा है यह जानकारी आपके ज्ञानवर्धन में सहायक हुई होगी। हम ऐसे ही नये—नये पोस्ट के माध्यम से हिन्दी व्याकरण से संबंधित जानकारी आपके लिए लेकर आते रहेंगे। इसलिए आप नियमित रूप से यहॉं पर विजिट करते रहें।

यदि आपका कोई प्रश्न है तो आप कमेंट्स के माध्यम से हमें बता सकते हैं। आगामी पोस्ट्स में हम आपके प्रश्नों का उत्तर देने का प्रयास करेंगे।