कृतिदेव फॉन्ट पर टाइपिंग कैसे करें ?

कृतिदेव या देवलिस फॉन्ट पर होने वाली टा​इपिंग नॉन यूनीकोड हिन्दी टाइपिंग कहलाती है। इसके लिए आपको अलग से कीबोर्ड इंस्टॉल करने की आवश्यकता नहीं होती, अपितु अंग्रेजी कीबोर्ड से ही हिन्दी टाइपिंग हो जाती है इसके लिए केवल कृतिदेव या देवलिस फॉन्ट कंप्यूटर में इंस्टॉल होना चाहिए।


कैसे करें कृतिदेव टाइपिंग ?
जैसा कि पहले बताया जा चुका है कि इसके लिए आपके कंप्यूटर में कृतिदेव या देवलिस फॉन्ट होना जरूरी हैं। अगर आपके कंप्यूटर में यह फॉन्ट नहीं हैं तो आप इंटरनेट से यह फॉन्ट डाउनलोड कर सकते हैं और अपने कंप्यूटर में इंस्टॉल कर सकते हैं। 

कृतिदेव और देवलिस दोनों ही नॉन यूनीकोड हिन्दी फॉन्ट हैं और दोनों ही टाइपराइटर के रेमिंग्टन कीबोर्ड के अनुसार डिजायन किए गए हैं। कंप्यूटर में कृतिदेव फॉन्ट इंस्टॉल होते ही किसी भी वर्ड प्रोसेसिंग एप्लीकेशन में आप इन फॉन्ट के माध्यम से हिन्दी टाइपिंग कर सकते हैं। 

कृतिदेव टाइपिंग के हानि व लाभ 
प्रत्येक चीज के लाभ और हानियॉं होती हैं। कृतिदेव फॉन्ट को उपयोग करने से पहले हम संक्षेप में इसके लाभ और हानियों के बारे में जान लेते हैं। 

अगर आप कृतिदेव टाइपिंग जानते हैं तो आप भी मंगल फॉन्ट में टाइपिंग कर सकते हैं। कृतिदेव यूजर्स के लिए मंगल फॉन्ट में विशेष तौर पर 'रेमिंग्टन गैल व सीबीआई' कीबोर्ड की व्यवस्था की गई है जो कृतिदेव में प्रयुक्त होने वाले रेमिंग्टन कीबोर्ड का ही एक परिवर्धित रूप हैं।

चूॅंकि यह वास्तविक हिन्दी न होकर अंग्रेजी इनपुट को ही हिन्दी दिखाते हैं, इसलिए जिन कंप्यूटर में कृतिदेव या देवलिस जैसे फॉन्ट नहीं होते या इंटरनेट पर अगर आप इनकी फाइल ले जाते हैं तो वह पढ़ने योग्य नहीं रह जाती है। चूॅंकि यह नॉन यूनीकोड फॉन्ट हैं और इसलिए इनकी टाइपिंग व्याकरण आधारित नहीं होती। परिणामत: हमें इसमें हिन्दी व्याकरण के नियम लागू नहीं होते हैं और हमें प्रत्येक वर्ण को शॉर्टकट कीज की सहायता से टाइप करना होता है। सबसे विशेष बात यह कि यह अंग्रेजी इनपुट से वर्ण बनाते हैं और अगर आप कोई टाइपिंग टेस्ट दे रहे हैं तो वहॉं पर आपको कठिनाई होती है क्योंकि वहॉं पर टेक्स्ट में यह नहीं पता चलता कि कौन सा वर्ण कैसे बना है। 

उदाहरणार्थ क्र लिखने के लिए क के बाद Z बटन दबाया जाता है और शॉर्टकट कीज से भी क्र बन जाता है। अगर आप इसे सामान्य रूप से बनाते हैं यानि दो बटन दबाकर क्र यानि dz से और पेपर में वह शॉर्टकट कीज से यानि किसी एक वर्ण से बना है तो आपका टाइप किया गया क्र शब्द गलत माना जाता है। क्योंकि आपने कंप्यूटर के हिसाब से अंग्रेजी का एक विशेष वर्ण बनाने के बजाय दूसरे वर्ण dz बना दिए। 

अगर लाभ की बात करें तो एकमात्र लाभ यही है कि इसके लिए किसी प्रकार की सेटिंग नहीं करनी होती, कोई सॉफ्टवेयर नहीं चाहिए होता, बस कृतिदेव इंस्टॉल करो और टाइपिंग स्टार्ट हो जाती है। 

तकनीकी सहायता 
अगर आप कंप्यूटर में ज्यादा नहीं जानते हैं तो घबराने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि यहॉं पर हमने एक वीडियो बनाया है जिसमें सब कुछ बताया है कि किस प्रकार से आप कंप्यूटर में कृतिदेव फॉन्ट इंस्टॉल कर सकते हैं और कृतिदेव फॉन्ट पर टाइपिंग कर सकते हैं।

तो यह थी कृतिदेव फॉन्ट से हिन्दी टाइपिंग करने के बारे में जानकारी। पर जानकारियों का सिलसिला यहीं पर खत्म नहीं होता है। हम आपके लिए और भी जानकारी का संग्रह लेकर आए हैं जो आपको पसंद आएगा।

♦ कृतिदेव और मंगल फॉन्ट में अंतर
♦ कृतिदेव की शॉर्टकट कीज संग्रह
♦ मंगल फॉन्ट में टाइपिंग कैसे करें

आशा है यह जानकारी आपको पसंद आएगी। अगर आपका कोई सवाल है तो आप कमेंट्स के माध्यम से हमें बता सकते हैं। हम जल्द ही आपके प्रश्न का समाधान उपलब्ध कराएंगे।